गाजियाबाद में बनेगा रामायण पथ थीम पार्क जिलाधिकारी एवं जीडीए उपाध्यक्ष इंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में हुआ निर्णय

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। जिलाधिकारी एवं जीडीए उपाध्यक्ष इंद्र विक्रम सिंह ने गाजियाबाद में आते ही जनपदवासियों को खुश कर दिया है। इंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को हुई अवस्थापना निधि की बैठक में शहर में रामायण पथ थीम पार्क बनाने का निर्णय लिया गया। रामायण थीम पार्क में प्रभू श्री राम की जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाया जाएगा। पार्क में श्री राम के वनवास से जुड़े प्रसंगों को आकृति एवं कलाकृतियों के माध्यम आकर्षक ढ़ंग से बनाया जाएगा। अवस्थापना निधि की बैठक में रामायण पथ थीम पार्क सहित कुल 32 प्रस्ताव रखे गये। जिनमें से 25 प्रस्तावों को चर्चा के बाद पास कर दिया गया। बैठक में जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह, जीडीए चीफ इंजीनियर मानवेंद्र कुमार सिंह सहित जल निगम व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक के दौरान रामायण पथ थीम पार्क से जुड़े प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जानकारी दी गई कि कोयल एंक्लेव में 25 करोड़ रुपए की लागत से 22,700 वर्गमीटर जमीन पर पार्क विकसित किया जाएगा। रामायण पथ थीम पार्क के लिए कंसलटेंट कंपनी का चयन कर प्रोजेक्ट के रूपरेखा को लेकर चर्चा हुई। रामायण थीम पार्क में त्रेतायुग के जीवंत दर्शन हो सकेंगे। पार्क में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास के दौरान हुई महत्वपूर्ण घटनाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। पार्क में अयोध्या से लेकर श्रीलंका तक की झलक मिलेगी। इसमें केवट भेंट, चित्रकूट का दृश्य, वाल्मीकि आश्रम, पंचवटी, सर्वतीर्थ, शबरी का आश्रम, मलय पर्वत, कोडीकरई, रामेश्वरम समुद्र तट, रामसेतु, अशोक वाटिका, नुवारा एलिया पर्वत श्रृंखला तक का दृश्य दिखाया जाएगा। जीडीए उपाध्यक्ष इंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि प्रोजेक्ट में यदि कोई परिवर्तन हो तो उसे कर दिया जाये। पार्क को इस तरह से विकसित किया जाएगा कि यह गाजियाबाद का प्राइम डेस्टिनेशन बनकर उभरेगा और लोगों को पार्क में त्रेतायुग का एहसास होगा।

पार्क में अयोध्या, काशी विश्वनाथ मंदिर, श्रीराम जन्म भूमि, गोरखधाम मंदिर, दूधेश्वरनाथ मंदिर समेत प्रसिद्ध सिद्धपीठ का चित्रण होगा इसके अलावा कृत्रिम सरयू नदी भी बनाया जाएगा जिससे कि पार्क में आने पर लोगों नदी किनारे अयोध्या में पहुंचने का एहसास कराया जा सके। पार्क में भगवान के बाल्यकाल से लेकर शिक्षा ग्रहण, ताड़का वध, सीता स्वयंवर, लव-कुश शिक्षा, मां सीता के धरती की गोद में समाने की घटना का भी चित्रण किया जाएगा। इसके अलावा सीता रसोई लोगों के आकर्षण का केंद्र बनेगा। पार्क में गीत संगीत की भी व्यवस्था रहेगी और यहां रामायण की चौपाई लगातार बजती रहेगी। वनवास वाले पथ पर उसी दौर के पौधे लगाने का प्रयास किया जाएगा। वह पौधे भी लगाए जाएंगे जो विलुप्त होने के कगार पर हैं। पार्क में पंचवटी और अशोक वाटिका लोगों को मोहित करेगा। यहां पर पीपल, बरगद, आंवला, बेल और अशोक के पेड़ भी लगाए जाएंगे। बैठक में राजनगर एक्सटेंशन में विकास से जुड़ी 8 कार्यों को मंजूरी दे दी गई। इन विकास कार्यों पर लगभग 35 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सिकरोड़ क्षेत्र में 45 मीटर चौड़ी सड़क, ड्रेन व सीवरेज व्यवस्था को लेकर निर्णय लिया गया। बैठक में कई अन्य विकास कार्यों एवं पार्कों के विकास से संबंधित प्रस्तावों पर मुहर लगी।