इंजीनियरिंग कॉलेजों में छात्रों को नहीं मिल रहा गुणवत्तापूर्ण भोजन: विनीत कुमार

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने इंजीनियरिंग कॉलेजों में कैंटीन और मेस का किया निरीक्षण

गाजियाबाद। जिले के इंजीनियरिंग कॉलेजों में छात्रों को परोसे जा रहे खाद्य पदार्थ गुणवत्तापूर्ण नहीं है। कैंटीन और मेस में साफ-सफाई दुरूस्त नहीं होने के साथ-साथ खाद्य पदार्थों के फ्राई के लिए उपयोग किए जा रहे खाद्य तेल की गुणवत्ता भी सही नहीं पाई गई। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के आदेश पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीमों ने इंजीनियरिंग कॉलेजों में कैंटीन और मेस को लेकर विशेष अभियान चलाया गया।

सहायक आयुक्त खाद्य सेकेंड विनीत कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर जनपद के इंजीनियरिंग कॉलेजों में चल रहे विशेष अभियान के तहत कॉलेज में छात्रों को परोसे जा रहे खाद्य पदार्थों को चेक किया गया। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत मुरादनगर स्थित कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी कॉलेज में संचालित चार मेस का टीमों द्वारा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान फूड हैंडलर बगैर ग्लब्स, हेड कैप के मौके पर मिले। मौके पर उन्हें हैंड ग्लब्स और हेड कैप लगाने के लिए निर्देशित किया। इसके अलावा डासना स्थित आईएमएस इंजीनियरिंग कॉलेज में संचालित तीन कैंटीन व मेस का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान फ्रिज की साफ-सफाई संतोषजनक नहीं पाई गई।

खाद्य पदार्थों की फ्राई के लिए उपयोग किए जा रहे खाद्य तेल की गुणवत्ता खराब पाई गई। इसमें सुधार करने के लिए मेस संचालक को निर्देशित किया गया। इसके अलावा एनएच-9 स्थित अजय कुमार गर्ग इंजीनियरिंग कॉलेज में संचालित पांच मेस का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान किचन की फर्श पर गंदगी मिली। पानी की जांच रिपोर्ट मौके पर पेश नहीं की गई। मौके पर फूड हैंडलर के स्वस्थ प्रमाण पत्र नहीं दिखा पाए। सहायक आयुक्त खाद्य एवं सुरक्षा विनीत कुमार ने बताया कि कॉलेज प्रबंधकों एवं कैंटीन व मेस संचालकों को प्रमाण पत्र खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन कार्यालय में तीन दिवस में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है। इसके अलावा खाद्य सुरक्षा एवं प्रशासन की टीम ने मेस संचालकों को छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थों को परोसने एवं खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम-2006 के मानकों के अनुरूप कार्य करने के लिए मौके पर सख्त निर्देश दिए गए।