टैक्सदाताओं के अनुकूल कराधान व्यवस्था में हो रहा बदलाव: शिशिर झा

-आयकर विभाग के आसूचना एवं आपराधिक अन्वेषण निदेशक कार्यालय की ओर से जागरुकता कार्यशाला का आयोजन

गाजियाबाद। डासना स्थित आईएमएस यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को आयकर विभाग के आसूचना एवं आपराधिक अन्वेषण निदेशक कार्यालय की ओर से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त शिशिर झा ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि टैक्स दाताओं के अनुकूल कराधान व्यवस्थाओं में अब बदलाव किए जा रहे है। उन्होंने विभाग की वर्तमान कर योजनाओं और कर दाताओं के हित में लिए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान आयकर निदेशक राजगपोल शर्मा, संजय जोसफ, सुमोना सेन, आरती अग्रवाल ने संवाद कार्यक्रम में समस्याओं का निराकरण किया।

टैक्स दाताओं और अन्य प्रतिभागियों को थर्ड पार्टी अनुपालन, ई-वेरिफिकेशन और अनुपालन के बारे में विशेष रूप से दिल्ली से आई तकनीकी टीम ने जानकारी दी। इस दौरान अपर आयकर आयुक्त प्रमोद वर्मा,संतोष कुमार,यशपाल चावला, प्रवीण कुमार, अंकित तिवारी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आयोजन आयकर अधिकारी मनीष कुमार, विवेकानंद, सुषमा सिंघल, ओपी सिन्हा, नीरज त्रिपाठी, अंशुल गौड़, दीपक कुमार, वेद प्रकाश, अपर निदेशक संतोष कुमार, विपिन कुमार, जीडी आरती अग्रवाल एवं आईएमएस कॉलेज के चेयरमैन राकेश छारिया, अपर निदेशक यशपाल सिंह,व्यापारी नेता रामकिशोर अग्रवाल,महानगर अध्यक्ष गोपीचंद, अशोक चावला, अनिल सांवरिया, नीरज त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।

कार्यक्रम का संचालान आयकर अधिकारी दिलीप सिंह रजावत द्वारा किया गया।प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त शिशिर झा ने कहा कि यह जागरूकता कार्यक्रम विभाग में हो रहे विकास की पृष्ठभूमि में आयोजित किया जा रहा है। इसके माध्यम से हम अधिक गैर दखल लेने वाली और करदाता के अनुकूल कराधान व्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीसरे पक्ष की रिपोर्टिंग के माध्यम से आसूचना संबंधी जानकारी जुटाने के लिए क्षेत्र में तेजी से प्रगति हो रही है।

इसके माध्यम से पहले से भरे हुए रिटर्न की सुविधा इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। डीआईटी सुमोना सेन ने कहा कि ई-सत्यापन योजना है जिसके माध्यम से विभाग के उपलब्ध जानकारी टीडीएस और थर्ड पार्टी रिपोर्टिंग के माध्यम से एकत्र की गई सूचना और विवरण के बीच बेमेल के आधार पर करदाताओं को नोटिस भेजे जा रहे हैं इसी गैप को दूर करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके उपरांत ओपन सत्र में व्यापारियों,चार्टर्ड एकाउंटेंट,टैक्स अधिवक्ताओं ने विभागीय अधिकारियों से सवाल किए। उनका निस्तारण किया गया।