मियावाकी पद्धति से पौधरोपण की वायु गुणवत्ता प्रबंधक आयोग की टीम ने की प्रशंसा

-मियावाकी तकनीक से सुधरेगी गाजियाबाद के हवा की गुणवत्ता: राजेश कुमार
-पौधे बनें वृक्ष, निदेशक ने पौधे लगाकर दिया वायु गुणवत्ता बेहतर करने का संदेश

गाजियाबाद। नगर निगम के उद्यान विभाग द्वारा शहर में मियावाकी पद्धति से रोपित किए जा रहे पौधों को वायु गुणवत्ता प्रबंधक आयोग के निदेशक एवं टीम ने प्रशंसा की। मंगलवार को आयोग के निदेशक राजेश कुमार, टेक्नीकल सदस्य एनपी शुक्ला आदि अधिकारियों ने निगम के उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह आदि अधिकारियों के साथ उद्यान विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों का पार्कों में जाकर निरीक्षण किया। उद्यान विभाग द्वारा शहर में ग्रीनरी के लिए किए जा रहे कार्यों का जायजा लेने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधक आयोग के निदेशक आदि अधिकारियों ने पौधारोपण का जायजा लिया।

नगर निगम सीमा अंतर्गत मियावाकी पद्धति से लगभग 2 लाख पौधे रोपित किए जा चुके हैं। यह पौधे अब पेड़ों का रूप ले चुके हैं। इसे देखकर टीम ने प्रशंसा जाहिर की। वायु गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए अधिक से अधिक शहर में पौधारोपण बढ़ाने के लिए उद्यान प्रभारी को निर्देश दिए। निगम द्वारा पौधारोपण को लेकर विशेष कार्य किए गए हैं 15 जनवरी-2024 तक 2.11 लाख पौधे कवि नगर, विजय नगर, मोहन नगर, वसुंधरा जोन क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर अभियान के तहत लगाए जा चुके हैं।

उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह ने बताय कि नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के निर्देशानुसार मोहन नगर जोन क्षेत्र अंतर्गत हर्षा औद्योगिक क्षेत्र स्थित पार्क, पाइप मार्केट साहिबाबाद इंडस्ट्रियल एरिया के सामने, वार्ड-70 आंबेडकर पार्क वृंदावन गार्डन ऑडिटोरियम वाला पार्क, राजेंद्र नगर इंडस्ट्रियल एरिया के ब्लॉक बाबू जगजीवन राम पार्क, विजयनगर जोन क्षेत्र में साउथ साइट ऑफ जीटी रोड औद्योगिक क्षेत्र ई-13 फैक्ट्री के पास हाईटेंशन लाइन के नीचे, कविनगर जोन क्षेत्र में लोहा मंडी अभिषेक स्टील के सामने झुग्गी-झोपड़ी वाला पार्क, लोहा मंडी में पानी वाला पार्क,कमल जैन पार्क, लोहा मंडी पुलिस चौकी वाला पार्क, गांव रईसपुर में रिक्त भूमि पर पौधारोपण और वसुंधरा जोन क्षेत्र में महाराजपुर शौचालय के पीछे स्थित भूमि पर मियावकी पद्धति से पौधारोपण किया गया है। वायु गुणवत्ता प्रबंधक आयोग से आई टीम ने पौधारोपण कार्य को और अधिक बेहतर करने के लिए कहा। इसमें कई सामाजिक संस्थाओं को जोड़ते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। निदेशक ने खुद भी पौधा रोपित करते हुए वायु गुणवत्ता बेहतर करने के लिए संदेश दिया।