शहर के विकास में न रहे कोई कमी: सुनीता दयाल

-विजय नगर क्षेत्र की शिकायत पर महापौर ने जल निगम अधिकारियों के साथ बैठक

गाजियाबाद। शहर के विकास में कोई कमी नहीं रहेगी। शहर का विकास कराने के साथ-साथ उसकी गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। शहर का नियोजित विकास कैसे हो, इस पर प्रतिदिन अधिकारी मंथन करें। जिससे शहर के विकास कार्य को और बढ़ाया जा सकें। उक्त बातें गुरुवार को नगर निगम अपने कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए महापौर सुनीता दयाल ने कहीं। महापौर द्वारा प्रतिदिन वार्डों में निर्माण कार्यों का शिलान्यास कर रही है। साथ ही वार्डों में पहुंच कर जनता की समस्या से भी रुबरु हो रही है। मगर कुछ स्थानों पर जल निगम द्वारा कार्य में की जा रही लापरवाही की शिकायत को लेकर महापौर ने अधिकारियों की क्लास लगाई। वार्ड 27 शांति नगर सैन विहार, वार्ड 7 बिहारीपुरा सर्वोदय नगर, वार्ड 2 राहुल विहार सिद्धार्थ विहार, वार्ड 1 बागू, वार्ड 35 अकबरपुर बहरामपुर में सबसे अधिक शिकायत मिली। जिसे लेकर महापौर ने तत्काल जल निगम अधिकारियों से संपर्क कर उनके साथ बैठक की।

बैठक में कार्यवाहक महाप्रबंधक जल कामाख्या प्रसाद आनन्द, सहायक अभियंता जल आश कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम अरुण सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम नीलम, अधिशासी अभियंता जल निगम सौरभ जी उपस्थित रहे। अमृत योजना के अंतर्गत शहर में जगह जगह पानी की टंकी, ट्यूबवेल, पानी की लाइन एवं सीवर लाइन डालने कार्य किया गया था। जिसमे से अभी भी कुछ कार्य बाकी है। महापौर को सबसे अधिक शिकायत विजय नगर से मिली, महापौर को क्षेत्रीय पार्षद एवं जनता ने बताया कि वार्डो में लाइन डाली गई, पानी के कनेक्शन नही किए गए। खुदाई की गई उसको ठीक नही किया गया, लाइन डालने के उपरांत सड़क बनाने की जिम्मेदारी जल निगम की थी। लेकिन सड़क निर्माण नहीं किया गया। पानी की लाइन के जॉइंट भी ठीक नही किए गए।

जिस कारण क्षेत्र के लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। संबंधित अधिकारियों को सम्पर्क करने कें बाद भी कार्यवाही नहीं की जाती है। महापौर ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि क्षेत्र की समस्या का समाधान करना ही प्रथम प्राथमिकता है। अगर कोई पार्षद या क्षेत्र की जनता शिकायत करती है तो उसका तत्काल समाधान कराया जाए। जिन क्षेत्र में लाइन डाली गई है, उनमें पानी का कनेक्शन दिया जाए और खुदाई के दौरान हुई क्षतिग्रस्त सड़क को भी ठीक कराया जाए। जल निगम अधिकारियों ने महापौर के सभी निर्देशों का पालन करने का आश्वासन दिया और आश्वस्त किया कि सभी पार्षदों की शिकायत पर सम्पर्क कर कार्य कराकर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।