गाजियाबाद में हिंदुओं को मुस्लिम बनाने के लिए बिछाया ऑनलाइन गेम का जाल हिंदुओं को पढ़वाता था आयतें फिर जिताकर दिलाता था कुरान पर विश्वास

गाजियाबाद के दो किशोरों को कर चुके इस्लाम के प्रति आकर्षित, जामा मस्जिद की कमेटी के पूर्व सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को गाजियाबाद की पुलिस ने मुंबई से किया गिरफ्तार। धर्म परिवर्तन का गिरोह मुंबई से करते थे संचालित, जांच में जुटी आईबी और एटीएस 

गाजियाबाद। कविनगर पुलिस ने 12वीं पास छात्र के धर्मांतरण कराने के प्रयास के आरोप में सेक्टर-23 संजय नगर स्थित जामा मस्जिद की कमेटी के पूर्व सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को गिरफ्तार किया है। छात्र जिम जाने के बहाने  मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जाने लगा था। पुलिस को मिले डिजिटल साक्ष्य के आधार पर अब्दुल रहमान को कमेटी से दो माह पूर्व ही निकाल दिया गया था। इसके खिलाफ पुलिस को डिजिटल साक्ष्य भी मिले हैं। जैन समाज के छात्र के अलावा दो हिंदू युवकों का भी धर्मांतरण का प्रयास किया गया। इसकी गिरफ्तारी में सेक्टर-23 संजयनगर में ही रहने वाले एक इलेक्ट्रीशियन के बयान अहम रहे। जो छात्र के साथ ही मस्जिद में नमाज पढ़ने जाता था। फिलहाल पुलिस बद्दो को नहीं ढूंढ़ पाई है, लेकिन अब्दुल रहमान के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है।
रविवार को कविनगर थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल ने एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव की मौजूदगी में खुलासा करते हुए बताया कि राजनगर में रहने वाले कारोबारी छात्र के पिता ने 30 मई को थाना कविनगर में ऑनलाइन गेमिंग एप के आधार पर बद्दो नाम की आईडी और जामा मस्जिद के इमाम मेहताब आलम कासमी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

उसने आरोप लगाया कि उनके बच्चे का ब्रेनवाश कर धर्मांतरण के लिए उकसाया जा रहा है। साथ ही बेटे को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल करने की आशंका भी जताई थी। छात्र बद्दो से दो साल से वर्चुअली जुड़ा हुआ था और नमाज, कुरान, इस्लाम के इतिहास और पैगंबर के बारे में उसी ने छात्र को बताया था। वह घर से जिम के नाम पर नमाज पढ़ने जाता था। परिजन उसे ऐसा करते देखने के बाद ही रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
डीसीपी ने बताया कि पुलिस की एक टीम तीन दिन से मुंबई में बद्दो को तलाश रही है। हालांकि अभी तक उसका सुराग नहीं मिल पाया है। एक ठिकाने से वह पुलिस को चकमा देकर भाग चुका है। अमेरिकी गेमिंग एप फोर्ट नाइट पर जो हिंदू किशोर गेम खेलते हैं। गिरोह उन्हें जाल में फंसाकर तीन प्रक्रिया में इस्लाम के लिए आकर्षित कर रहे हैं। सेक्टर-23 संजय नगर स्थित जामा मस्जिद की कमेटी के पूर्व सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को गिरफ्तार कर धर्म परिवर्तन कराने के मामले का खुलासा किया है। अब्दुल रहमान सेक्टर-23 संजय नगर में ही रहता है। मूलरूप से बलिया का रहने वाला है।

डीसीपी ने बताया कि हिंदू युवाओं का धर्म परिवर्तन का यह गिरोह मुंबई से संचालित हो रहा है। इसका मुख्य आरोपी बद्दो उर्फ खान शहनवाज मकसूद है जो मुंबई का रहने वाला है। जांच में अभी तक चार किशोरों को इस्लाम के प्रति आकर्षित कराने की बात सामने आई है। इनमें से दो गाजियाबाद के किशोर हैं और एक चंडीगढ़ व एक फरीदाबाद का है। पूछताछ में सामने आया कि राजनगर के रहने वाले 12वीं पास छात्र से मस्जिद कमेटी के पूर्व सदस्य अब्दुल रहमान ने एक शपथ पत्र पर स्वेच्छा से इस्लाम धर्म स्वीकार कराने की बात लिखवाकर जबरन हस्ताक्षर भी कराए थे। डीसीपी ने बताया कि गिरोह के अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। बद्दो को पकडऩे के लिए टीम मुंबई गई है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले में आईबी और एटीएस भी जांच में जुटी हैं।

अमेरिकी गेमिंग एप फोर्ट नाइट पर जो हिंदू युवा गेम खेलते हैं। गिरोह उन्हें जाल में फंसाकर तीन प्रक्रिया में इस्लाम के लिए आकर्षित कर रहे हैं। पहले चरण में एप पर गेम जीतने के लिए कुरान की आयत पढ़ने के उकसाते हैं, जो किशोर आयत पढ़ने के बाद गेम में जीत जाता है, उसे इस्लाम के प्रति विश्वास करने के लिए प्रेरित करते हैं। तीसरे चरण में डिस्कॉर्ड चेटिंग एप किशोरों का ग्रुप बनाकर उसमें इस्लाम से जुड़ी जाकिर नाइक की वीडियो देकर नमाज पढ़वाते हैं। गिरोह के सदस्यों ने गेमिंग व चेटिंग एप पर हिंदुओं के नाम से आईडी बना रखी हैं। जिससे किशोर उन पर शक न करें और आसानी से बातचीत कर लें। गिरोह के तार विदेश से भी जुड़े होने की बात सामने आ रही है। पुलिस इसकी जांच में जुटी है।