आईटीएस में चतुर्थ ऑनलाइन रिसर्च कन्वेंशन-2022 का आयोजन

अनिल पाटनी ने इनफॉर्मल इकॉनमी से जुड़े मुद्दे पर की चर्चा
सर्वांगीण विकास एवं उज्जवल भविष्य के लिए चुनौतियों का करें सामना: डॉ. अर्पित चड्ढा

गाजियाबाद। मोहन नगर स्थित आईटीएस में शनिवार सुबह इनफॉर्मल इकोनोमी-द इनविजिबल हैंड विषय पर वर्चुअल रिसर्च कन्वेंशन का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभवर्चुअल रिसर्च कन्वेंशन का उद्घाटन मुख्य अतिथि मि अनिल पाटनी, टीम लीडर, इयू पॉलिसी एंड आउटरीच प्रोजेक्ट (इंडिया एंड फ्रांस), कीनोट स्पीकर मि राहुल शर्मा मैनेजिंग डायरेक्टर, एपीसीओ वल्र्डवाइड और डॉ रजत कथूरिआ, प्रोफेसर एंड डीन, शिव नादर यूनिवर्सिटी, फॉर्मर डायरेक्टर एंड चीफ एग्जीक्यूटिव, इंडियन कॉउन्सिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनेशनल इकोनोमिक रिलेशन्स एवं आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने संयुक्त रूप से किया।

उद्घाटन सत्र के दौरान राहुल शर्मा ने अपने कीनोट स्पीच में वर्तमान अर्थव्यवस्था से जुड़ी चुनौतियों एवं संभावनाओं पर प्रकाश डाला और इस सन्दर्भ में इमर्जिंग नोलेज इकॉनमी, गिग इकॉनमी और सोशल मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर ध्यान आकृष्ट किया।डॉ रजत कथूरिया ने अपने वक्तव्य में नवीन अर्थ व्यवस्था में रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़े नए सिटी मॉडेल, नए लेबर लॉज, स्पेशल इकनोमिक जोन, सोशल सिक्योरिटी, मेडिकल फसिलिटीज एवं इनविजिबिल हैंड्स से जुड़े मुद्दे को बहुत ही विस्तार से प्रस्तुत किया।

मुख्य अतिथि अनिल पाटनी ने इनफॉर्मल इकॉनमी से जुड़े मुद्दे और चुनौतियों पर व्यापक रूप से चर्चा की और इसे फॉर्मल इकॉनमी का स्वरुप प्रदान करने के लिए बॉटम ऑफ पिरामिड के दायरे में रहने वाले नागरिको की जरूरते और उनका समाधान साथ ही जेनरल बैंक अकाउंट की महत्वपूर्ण भूमिका, असंगठित क्षेत्रो के लिए लेबर कोर्ट और ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन जैसे महत्वपूर्ण कदमों की सराहना की।

वाईस चेयरमैन अर्पित चढ़ा ने सभी छात्रों, शिक्षकों एवं उपस्थित सभी अतिथि वक्ताओं को शुभकामनाएं देते हुए छात्रों को प्रोत्साहित किया। उन्हें वर्तमान में रह कर तदनुकूल योग्यता एवं कौशल विकास के लिए प्रेरित किया। प्रतिभागियों के सर्वांगीण विकास एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।रिसर्च कन्वेंशन दो पैनल डिस्कशन सत्रों में आयोजित किया गया। जिसमे इंडस्ट्री, एकेडेमिया तथा सरकारी संस्थानों के वरिष्ठ एवं अनुभवी प्रतिनिधि ईआईएस एंड एमएसएमई, एग्रीकल्चर, हॉस्पिटैलिटी, फॉरेस्ट्री एंड अदर नेचुरल रिसोर्सेज, कंस्ट्रक्शन एंड रियल इस्टेट और सर्विस सेक्टर पर आधारित विषयों पर वर्तमान परिप्रेक्ष्य में चर्चा की गई।

पैनल डिस्कशन प्रथम सत्र में एसके गौतम सीईओ, उद्यम, अ यूनिट ऑफ एन आर ट्रेडविंड सर्विसेज प्राइवेट लि देलही, रम्मन रामनाथन फॉर्मर फर्स्ट डिरेक्टर मिशन एआईएम एंड फॉर्मर एडिशनल सेक्रेटरी नीति आयोग नई दिल्ली, डॉ राज अग्रवाल प्रोफेसर एंड डायरेक्टर, सीएमई-एआईएमए नई दिल्ली, आनंद मिरानी, डायरेक्टर एंड लीडर एडवाइजर, सिम्प्लस एक्सिम एंड कॉर्पोरेट एडवाइजरी एलएलपी, हनदी खलीफे, सीनियर डायरेक्टर-आईएमए मिडिल ईस्ट अफ्रीका एंड इंडिया ऑपरेशन्स, मिस शालिनी गोयल भल्ला, मैनेजिंग डायरेक्टर, इंटरनेशनल कॉउन्सिल फॉर सर्कुलर इकोनोमी ने चर्चा में भाग लिया।

द्वितीय सत्र में सुरेंद्र नाथ आईएएस, फॉर्मर सेक्रेटरी, जस्टिस, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया, प्रो बीरेंद्र कुमार, डॉ राजेंद्र प्रसाद एग्रीकल्चर सेंट्रल यूनिवर्सिटी, बिहार, डॉ संजीव सक्सेना, असम सेंट्रल यूनिवर्सिटी, फॉर्मर एडिशनल जेनरल मेनेजर, जेपी होटेल्स, आगरा, अश्विंदर आर सिंह, सीईओ भारतीय अरबन, डॉ विपिन कुमार डायरेक्टर एंड चीफ इनफार्मेशन ऑफिसर, नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन, डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एवं अंकुर बिसेन, सीनियर पार्टनर एंड ऑथर, टेक्नोपैक एडवाइजर्स परिचर्चा में भाग लिया। इस एक दिवसीय सम्मिट में एनसीआर एवं देश के बिभिन्न संस्थानों एवं कॉर्पोरेट हाउस से करीब 400 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन भाग लिया।