अशोक गहलोत और सचिन पायलट का मिलन, हाथ मिले, गले नहीं

लंबे गतिरोध के बाद दूरियां खत्म, कांग्रेस को मजबूत करने का संकल्प

उदय भूमि ब्यूरो

जयपुर। सियासी तूफान थमने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट वीरवार को एक साथ नजर आए। दोनों ने आपसी कड़वाहट को भूलाकर कांग्रेस को मजबूत करने का संकल्प लिया। इस बीच मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में सचिन पायलट ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और अशोक गहलोत के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सीएम गहलोत ने कहा कि 19 विधायकों के बगैर भी वह विधान सभा में बहुमत साबित कर देते, मगर तब वह प्रसन्नता नहीं मिलती, जो अब हो रही है। पायलट की घर वापसी का स्वागत कर सीएम गहलोत ने कहा कि अपने-अपने होते हैं। उन्होंने कहा कि विधान सभा में कांग्रेस विश्वास मत प्रस्ताव पेश करेगी। बैठक में सचिन पायलट ने सहयोग के लिए सभी विधायकों का आभार व्यक्त किया। इसके पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कांग्रेस विधायकों से कहा कि आपसी मतभेद को भूलकर अब लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई में जुट जाना है। उधर, अशोक गहलोत और सचिन पायलट में दूरियां कम होने से कांग्रेस हाईकमान ने भी राहत की सांस ली है। कांग्रेस ने पायलट खेमे के विधायक भंवर लाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को उनके पद पर बहाल कर दिया है। पार्टी ने इन दोनों नेताओं का कांग्रेस से निलंबन वापस ले लिया है। बता दें कि राजस्थान में शुक्रवार से विधान सभा का सत्र शुरू होने वाला है। राज्य सरकार का कहना है कि इस सत्र में सिर्फ कोरोना वायरस के संकट, लॉक डाउन के बाद की स्थिति और अन्य अह्म मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। हालांकि भाजपा ने सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने का ऐलान किया है।