विरासत बढ़ाने की सोच ने बढ़ा दिया जनसंख्या विस्फोट का खतरा: डॉ. अनिल अग्रवाल

बढ़ती रही आबादी तो कैसे करोगे निर्वाह

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। आंकड़े झूठ नहीं बोलते। जिस रफ्तार से जनसंख्या वृद्धि हो रही है, वह दिन दूर नहीं जब जनसंख्या की वजह से ही विकास की गति रुक जाएगी। भारत इस मामले में जनसंख्या वृद्धि रूपी एटम बम के ऊपर बैठा हुआ है, जिसमें कभी भी विस्फोट हो सकता है। वर्तमान परिस्थिति में देश की जनसंख्या 1,381,344,997 हो गई है जो अत्यंत चिंता का विषय है। इस विषय पर डॉ अनिल अग्रवाल सांसद राज्यसभा की अध्यक्षता में बुधवार शाम को जनसंख्या वृद्धि समस्या और समाधान विषय पर वेबीनार का आयोजन किया गया। इसका सफलता पूर्वक संचालन डॉ. सपना बंसल (प्रोफेसर दिल्ली यूनिवर्सिटी) ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना द्वारा डॉ पूनम सिंह द्वारा किया गया। हजारों कि संख्या में लोगों ने इस ऑनलाइन वेबिनार में शामिल हुए। डॉ अनिल अग्रवाल ने कहा भारत को आत्मनिर्भर व सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना ही एकमात्र विकल्प है। मेरे अनुसार, अगर भारतवर्ष को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नजरिये के अनुसार आत्मनिर्भर व सर्वश्रेष्ठ बनना है। तो जनसंख्या विस्फोट को तत्काल प्रभाव से रोकना होगा। जनसंख्या नियंत्रण कानून सब के सुझाव से बनेगा प्रत्येक नागरिक को अपना समर्थन दिखाना होगा। सरकार तक अपना मत भेजें कि यह जन जन के की मांग है कि सरकार जनसंख्या नियंत्रण बिल को पारित करें। कर्नल टी.पी त्यागी जी ने कहा कि देश हित से बड़ा कोई हित नहीं है, देश हित और राष्ट्र सर्वोपरि है और जनसंख्या वृद्धि आतंकवाद से भी बड़ी समस्या है और इस कानून को कड़ाई से पालन करवाना चाहिए। प्रोफेसर एस पी सिंह बघेल सांसद आगरा ने बहुत ही बारीकी से जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणामों के बारे में बताते हुए कहा कि हम अपने आगे वाले आने वाली पीढिय़ों को क्या दे रहे हैं। पानी इतना कम है वातावरण इतना दूषित हो रहा है। वेलफेयर की स्कीम्स कम पड़ रही है तो जितना ज्यादा भार बढ़ता जाएगा सरकार लोगों को सुविधा नहीं दे पाएगी। राज्य मंत्री कपिल देव ने कहा डॉ अम्बेडकर ने भी कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण द्वारा है भारत प्रगति कर सकता है। डॉ पूनम सिंह ने कहा जनसंख्या को भार नहीं देश की शक्ति बनाना चाहिए। डॉ सपना बंसल ने कहा पुत्रियों को यदि अग्नि दाह संस्कार की सामाजिक मान्यता का अधिकार दिया जाए तो लिंगभेद की भावना दूर होगी। सभी वक्ताओं ने विषय को विस्तार पूर्वक गंभीरता से रखा और बताया बेरोजगारी,अशिक्षा और बीमारी आदि समस्याओं ने निपटने व भारत के सर्वांगीण विकास में जनसंख्या वृद्धि एक बहुत बड़ी रुकावट है। इस दौरान डॉ दिनेश अरोरा, देवेन्द्र हितकारी, अतुल जैन, अशोक ,दिनेश अग्रवाल, सुभाष गर्ग, अग्रवाल सांवरिया, रजनीश बंसल,नानक चंद , सुनील वार्ष्णेय, हेमंत सिंगल, बृजेश चंचल,रमा गुप्ता, पूनम गोयल, दीपशिखा ,शालू अग्रवाल, वैभव गर्ग, अवधेश सिंह, श्रीमती शक्ति सिंह उपस्थिति रही।