जंग-ए-कोरोना : कोविशील्ड का ट्रायल फिर होगा शुरू

-डीसीजीआई से अनुमति मिलने की संभावना बढ़ी

उदय भूमि ब्यूरो
नई दिल्ली। देश में कोविड-19 (कोरोना वायरस) की रफ्तार और तेज हो गई है। ऐसे में केंद्र एवं राज्य सरकारों की पेशानी पर बल पड़ गया है। इस बीच अच्छी खबर मिलने का इंतजार किया जा रहा था। यह खबर सामने आ गई है। देश में कोविशील्ड वैक्सीन का ट्रायल पुन: आरंभ होने की उम्मीद है। इसके लिए मंजूरी मिलने की संभावना है। डीसीजीआई जल्द इसकी अनुमति दे सकता है। बता दें कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने गत 6 सितंबर को कोविशील्ड वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया गया, मगर सीरम इंस्टीट्यूट ने भारत में ट्रायल को जारी रखा। डीसीजीआई की आपत्ति के बाद 9 सितम्बर को सीरम ने ट्रायल पर रोक लगा दी थी। कोरोना वायरस के खिलाफ कोविशील्ड वैक्सीन दौड़ में सबसे आगे चल रही है। यह फिलहाल तीसरे चरण में है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका इसे मिलकर बना रहे हैं। भारत से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया इसकी साझेदार है। सीरम कंपनी का मुख्यालय पुणे में है।
यह कंपनी भारत में कोविशील्ड का ट्रायल ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की अनुमति के बाद पुन: शुरू करेगा। इस पर डीसीजीआई को डेटा सेफ्टी मॉनिटरिंग बॉडी की हरी झंडी का इंतजार है। दरअसल मॉनिटरिंग बॉडी ने जिस मरीज को बीमारी होने के बाद ये ट्रायल रोके गए, उसकी पूरी जानकारी मांगी है। उस मामले के समाधान का भी विवरण मांगा गया है। मॉनिटरिंग बॉडी ने सीरम इंस्टीट्यूट से ट्रायल में सम्मिलित नागरिकों की डिटेल भी पूछी है। उधर, कोविशील्ड का ट्रॉयल फिर से शुरू होने की उम्मीद बढ़ गई है। बता दें कि भारत में कोरोना वायरस की बढ़ती रफ्तार को थामने की हरसंभव कोशिश हो रही है, मगर नतीजे निराश कर रहे हैं। हालांकि अच्छी बात यह है कि देशभर में रिकवरी रेट बढ़कर 80 प्रतिशत हो गया है। यानि अब तक 80 प्रतिशत मरीज कोरोना को मात देने में सफल रहे हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, महाराष्ट्र, गोवा, जम्मू-कश्मीर इत्यादि राज्यों में कोरोना के नए केस निरंतर सामने आ रहे हैं।