बिहार में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन को लेकर तरुण मिश्र ने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात

कोसी विकास प्राधिकरण, स्वास्थ्य सुविधा और किसानों के हितों की उठाई मांग

पटना। ब्रह्म समाज के कल्याण को लेकर रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके आवास पर अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के पूर्व महामंत्री एवं ब्राह्मण सेवक तरुण मिश्र ने मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। ब्रह्म समाज को लेकर हुई वार्ता में तरुण मिश्र ने कहा बिहार में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन बहुत जरुरी है। जिससे ब्रह्म समाज अपने हक की लड़ाई लड़ सकें। ब्राह्मणों की उपेक्षा और उन पर जगह-जगह हो रहे अन्याय के विरुद्ध संगठित होने की जरूरत है। ब्राह्मणों का गौरवशाली इतिहास रहा है। दधीचि से लेकर चाणक्य और तुलसीदास आदि मनीषियों ने विश्व का मार्गदर्शन किया है। मगर आज उनका ही देश में शोषण होता नजर आ रहा है। अपने हक की लड़ाई को लडऩे के लिए कमजोर साबित हो रहा है। जिसका कारण है देश में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन का न होना। सवर्णों में गिने जाने के कारण गरीब और लाचार ब्राह्मण परिवारों को सरकारी मदद नहीं मिलती है।

तरूण मिश्र ने ब्राह्मण समाज की वर्तमान स्थिति और ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन को लेकर गंभीरता के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा केंद्रीय एवं प्रदेश स्तर पर ब्राहण कल्याण बोर्ड के गठन के लिए मुहिम चला रहा है। बिहार सरकार को गरीब और आर्थिक रूप से पिछड़े ब्राह्मणों के लिए नीति बनाकर ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन करना चाहिए। ब्राह्मणों की आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन दयनीय होती जा रही है। उन्होंने मिथंलाचल क्षेत्र के विकास को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा विकास की अगर बात की जाए तो कहीं न कहीं मिथंलाचल इससे अछूता नजर आ रहा है। बिहार में किसानों की स्थिति में सुधार करने की जरुरत है। बिहार के किसानों को आज के आधुनिक युग में भी सरकार की ओर से कोई मदद नही मिल रहा है। खेती की अगर बात की जाए तो कभी सूखा तो कहीं बाढ़ आने से दुसरों को अन्न देने वाला अन्नदाता खुद अनाज के लिए मोहताज हो जाता है।

बिहार में कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के कार्यों के चलते सरकार बदनाम हो रही है। जिस पर सरकार को ध्यान देने की जरुरत है। साथ ही कौसी विकास प्राधिकरण बनाने की मांग को उन्होंने दोबारा दोहराया। उन्होंने कहा पटना हाईकोर्ट ने भी कोसी विकास प्राधिकरण के गठन का निर्देश दिया है। जिस पर सरकार को अब विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पटना हाईकोर्ट के इस निर्णय से हमारी नदियों के प्रवाह मार्ग को बदल देगा। यह इस संदर्भ में सात दशक से बरती जा रही उदासीनता को हमेशा के लिए ठीक कर देगा।

उत्तर बिहार में कोसी नदी की बाढ़ से तबाही सदियों से एक बड़ी समस्या बनी हुई है। आजादी के बाद भी, पिछले सात दशकों में इसने जान-माल का भारी नुकसान किया है। इसने बड़ी आबादी के लिए हर साल परेशानियां खड़ी की हैं और राज्य के खजाने पर भारी दबाव डाला है। उन्होंने कहा बिहार के सृदढ क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को भी बढ़ाना बहुत जरुरी है। जिससे यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी मजबूत हो जाए कि बिहार के लोगों को उपचार के लिए दिल्ली और मुंबई की तरफ रुख न करना पड़े। वहीं तरुण मिश्र ने मुख्यमंत्री को अपने पैथृक गांव हटनी में आने का निमत्रंण दिया। जिसको मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया और जल्द ही कोसी क्षेत्र के सृदढ गांव का दौरा करने की बात कहीं।

तरुण मिश्र की बातों को सुनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा सरकार पर ब्राह्मण समाज की कृपा रही है और उनके हितों को लेकर जल्द ही बिहार में भी ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन का आश्वासन दिया। किसानों और स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए सरकार हर संभव कार्य कर रही है। व्यवस्थाएं बनाने में थोड़ा समय लगता है, मगर आने वाले दिनों में जल्द ही परिवर्तन दिखाई देगा। सरकार के कार्यों में लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ भी जल्द कार्रवाई की जाएगी।