भविष्य की चिंता : 2041 में बिजली की डिमांड को ध्यान में रखकर अभी से तैयारियां

यमुना प्राधिकरण की व्यापक तैयारियां, तीन में से एक सब स्टेशन तैयार

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र में भविष्य में बिजली की जरूरत को देखकर काम चल रहा है। भविष्य में आबादी बढऩे, आवासीय एवं व्यावसायिक क्षेत्र में वृद्धि होने पर बिजली की डिमांड में बढ़ोत्तरी होना तय है। ऐसे में अभी से तैयारियां चल पड़ी हैं। यीडा क्षेत्र में 2041 तक की प्रस्तावित मांग को ध्यान में रखकर कदम उठाए गए हैं। इसके मद्देनजर 220 केवीए क्षमता के तीन सब स्टेशन स्थापित किए जाने हैं। एक सब स्टेशन का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा 765 केवी क्षमता के सब स्टेशन से एक हजार मेगावाट विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था होगी। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के सब स्टेशनों से भविष्य में करीब 2800 मेगावाट की आपूर्ति हो सकेगी। इसके अतिरिक्त 132 केवी सब स्टेशन के साथ वितरण व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए 33 केवी के सब स्टेशन बनाए जा रहे हैं।

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की भी चिंता
यीडा क्षेत्र में बड़ी परियोजनाएं आ रही हैं। यीडा क्षेत्र में देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके अलावा दर्जनभर औद्योगिक पार्क विकसित हो रहे हैं। इन सबके लिए बिजली सबसे जरूरी है। इसे ध्यान में रखकर यमुना प्राधिकरण बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहा है। दरअसल यमुना प्राधिकरण ने अध्ययन कराया था। अध्य्यन में पता चला कि 2041 तक इस क्षेत्र में 1500 मेगावाट की प्रतिदिन बिजली की जरूरत होगी। ऐसे में यह सब तैयारी चल रही है। प्राधिकरण क्षेत्र में करीब 2800 मेगावाट की बिजली आपूर्ति की जा सकेगी। इस क्षमता का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। सेक्टर-32 में 220 केवी क्षमता का बिजली घर बन चुका है। इस सब स्टेशन से 383 मेगावाट की बिजली आपूर्ति की जा सकेगी।

यूपीसीटीएल कर रहा सब स्टेशन का निर्माण
इस बिजलीघर के साथ 132 और 33 केवी केवी के सब स्टेशन बने हैं। इससे बिजली वितरण की व्यवस्था सुचारु रहेगी। इस सेक्टर में कई पार्क विकसित किए जा रहे हैं। यमुना प्राधिकरण सेक्टर 18 में 220 केवी क्षमता का बिजली घर बनवा रहा है। इस बिजलीघर से 180 मेगावाट बिजली आपूर्ति हो सकेगी। इस बिजलीघर से आवासीय सेक्टर को आपूर्ति की जा सकेगी। सेक्टर-24 में भी 220 केवी क्षमता का सब स्टेशन बनाया जा रहा है। इसका निर्माण यूपीपीटीसीएल कर रहा है। इस बिजलीघर से 446 मेगावाट की आपूर्ति हो सकेगी।

भविष्य में नहीं होगी बिजली की कमी
इसके साथ ही 132 और 33 केवी के सभी स्टेशन बनाए जा रहे हैं। यमुना प्राधिकरण ने सेक्टर 28 में 220 केवी क्षमताका बिजली घर बनाने को मंजूरी दी है। इस सेक्टर में मेडिकल डिवाइस पार्क, डाटा सेंटर पार्क विकसित होगा। इस बिजलीघर से 380 मेगावाट की बिजली मिल सकेगी। इसके निर्माण पर 132 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। जहांगीरपुर में 765 केवी क्षमता का बिजली घर बना हुआ है। इस बिजलीघर से 3000 मेगावाट की आपूर्ति की जा सकती है। यमुना प्राधिकरण को इस बिजलीघर से 1000 मेगावाट की बिजली मिलेगी। यह इसके निर्माण से पहले ही तय हो चुका था।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 2041 में बिजली की डिमांड में काफी वृद्धि हो जाएगी। इसे ध्यान में रखकर अभी से आवश्यक तैयारियां चल रही हैं। तीन में से एक विद्युत सब स्टेशन तैयार हो चुका है। 2 सब स्टेशन भी निर्धारित समय पर स्थापित करा दिए जाएंगे।
डॉ. अरुणवीर सिंह
सीईओ
यमुना प्राधिकरण