Jewar Airport – मास्टर प्लान ने पास की पहली परीक्षा

ग्रेटर नोएडा। Jewar Airport प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। Jewar Airport के मास्टर प्लान को यमुना प्राधिकरण की मंजूरी मिल गई है। मास्टर प्लान को अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के बोर्ड में भेजा जाएगा। जहां विचार-मंथन के बाद नियाल बोर्ड अपना निर्णय देगा।

Jewar Airport की विकासकर्ता कंपनी जल्द निर्माण कार्य की शुरुआत कर सकती है। महत्वाकांक्षी Jewar Airport के पहले चरण के लिए 1334 हेक्टेयर भूमि का प्रबंध किया गया है। यह भूमि विकास कर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड को सौंप दी गई है। यह कंपनी अब निर्माण कार्य आरंभ कर सकती है। सबसे पहले कंपनी एयरपोर्ट की चारदीवारी और समतलीकरण का काम प्रारंभ करेगी। Jewar Airport की चारदीवारी 17 किलोमीटर लंबी है। चूंकि कंपनी के नाम पर भूमि दर्ज हो चुकी है, इसलिए यमुना प्राधिकरण ने मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी है। यमुना प्राधिकरण ने मास्टर प्लान को स्वीकृति देते समय निर्माण की ऊंचाई, ग्राउंड कवरेज और एफएआर को देखा है। इसके अलावा डीजीसीए, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया समेत कई विशेषज्ञ एजेंसियों से भी सलाह-मशविरा किया गया है।

इसके बाद Jewar Airport के मास्टर प्लान को मंजूरी दी गई है। यमुना प्राधिकरण में इस कार्य के लिए अलग से कमेटी गठित की गई थी। इस कमेटी में यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) के अलावा दोनों एसीईओ, दोनों ओएसडी, जीएम प्रोजेक्ट, जीएम फाइनेंस, नोएडा प्राधिकरण के जीएम नियोजन, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जीएम नियोजन आदि शामिल हैं। इस कमेटी ने मास्टर प्लान पर अपनी सहमति दे दी। मास्टर प्लान का प्रपोजल अब यह नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के बोर्ड में जाएगा। बोर्ड द्वारा मास्टर प्लान को मंजूर किया जाएगा। नियाल के मास्टर प्लान पास करने के साथ सभी औपचारिकता पूर्ण हो जाएंगी। इसके बाद विकासकर्ता कंपनी कभी भी निर्माण कार्य आरंभ कर सकती है।