भाजपा के मुख्यमंत्री ने दिया इस्तीफा, बहुमत में थी सरकार

उदय भूमि संवाददाता
अहमदबाद। गुजरात की सियासत में एकाएक बड़ी और आश्चर्यजनक उठा-पटक देखने को मिली है। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया। वह 5 साल का कार्यकाल पूर्ण कर चुके हैं। विजय रूपाणी द्वारा सीएम पद को छोड़ने से सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरम हो गया है। गुजरात में नवंबर-2022 में विधान सभा चुनाव होने हैं। इसके मद्देनजर विभिन्न राजनीतिक दल चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं।

गुजरात में भाजपा की सरकार है। सरकार के मुखिया यानी मुख्यमंत्री विजय रुपाणी द्वारा अचानक पद से इस्तीफा दे दिए जाने से चर्चाएं शुरू हो गई हैं। सीएम रुपाणी ने शनिवार को राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल को अपना त्याग पत्र सौंप दिया। इस्तीफा सौंपने के बाद विजय रुपाणी ने कहा कि भविष्य में पार्टी द्वारा उन्हें जो भी दायित्व सौंपे जाएंगे, उन्हें वह बखूवी ढंग से निभाएंगे। उन्होंने गुजरात की जनता की सेवा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। विजय रुपाणी ने कहा कि मुझे कार्यकर्ता से मुख्यमंत्री बनाया गया। अब गुजरात का विकास नए नेतृत्व में हो।

सीएम पद छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नेतृत्व बदलता रहता है। यह भाजपा की परंपरा है, मगर चर्चा है कि जनता विजय रुपाणी के नेतृत्व से प्रसन्न नहीं है। हाईकमान ने जनता की राय जानने के बाद यह निर्णय लिया। इसके बाद विजय रुपाणी को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा है। रुपाणी के बयान से भी इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि उन्होंने स्वेच्छा से यह जिम्मेदारी नहीं छोड़ी है बल्कि उन्हें हाईकमान की तरफ से इस संबंध में बोल दिया गया था।