यूपी में मंत्रियों के विभाग का हुआ बंटवारा, एके शर्मा संभालेंगे नगर विकास

कई दिनों की प्रतीक्षा के बाद उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो गया है. हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से मंत्रियों के विभाग के बंटवारे की सूची सार्वजनिक नहीं की गई है. लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक मंत्रियों के विभाग का बंटवारा हो गया है. भरोसेमंद प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी नियुक्ति सहित लगभग 24 विभाग अपने पास रखे हैं. जबकि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को ग्राम्य विकास विभाग, बृजेश पाठक को स्वास्थ्य विभाग दिया गया है. कैबिनेट मंत्री एके शर्मा को नगर विकास विभाग का दायित्व दिया गया है. इसके अलावा कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को जल शक्ति विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. जानकारी के अनुसार मंत्रियों को उनके पोर्टफोलियो बांट दिए गए हैं जिसमें तमाम बड़े उलटफेर किए गए हैं. सोशल मीडिया पर खबरें चल रही थी की बृजेश पाठक को नगर विकास विभाग की जिम्मेदारी मिलेगी लेकिन अब जो जानकारी आई है उसके मुताबिक एक शर्मा को नगर विकास और आवास की जिम्मेदारी मिली है. सूत्र बताते हैं मंत्रिमंडल के सदस्यों को उनके विभागों के बंटवारे की मंजूरी राजभवन से ले ली गई है. हालांकि मुख्य सचिव कार्यालय की तरफ से औपचारिक रूप से अभी अधिसूचना जारी नहीं की गई है.

लखनऊ। आखिरकार इंतजार की घड़ियां समाप्त हो गई हैं। उत्तर प्रदेश में नवगठित सरकार के मंत्रियों के विभाग का बंटवारा कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पास 25 महत्वपूर्ण विभाग रखे हैं। अधिकांश विभाग सीधे जनता से जुड़े हैं। डिप्टी सीएम बनाए गए ब्रजेश पाठक को स्वास्थ्य और चिकित्सा मंत्रालय सौंपा गया है।

अरविंद कुमार शर्मा नगर विकास विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे। जबकि स्वतंत्र देव सिंह को जल शक्ति मंत्री बनाया गया है। योगी सरकार में चौधरी लक्ष्मी नारायण को गन्ना विकास मंत्री का प्रभार मिला है। इसके अलावा बेबी रानी मौर्य को महिला कल्याण मंत्रालय का दायित्व सौंपा गया। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए जितिन प्रसाद को लोक निर्माण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सीएम योगी आदित्यनाथ के पास सबसे ज्यादा कुल 25 विभाग रहेंगे। इन विभागों के कार्यों की निगरानी वह खुद करेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने पास नियुक्ति, कार्मिक, गृह, सतर्कता, आवास एवं शहरी नियोजन, राजस्व, खाद्य एवं रसद, नागरिक आपूर्ति, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, भूतत्व एवं खनिकर्म, अर्थ एवं संख्या, राज्य कर एवं निबंधन, सामान्य प्रशासन, सचिवालय (प्रशासन), गोपन, सूचना, निर्वाचन, संस्थागत वित्त, नियोजन, राज्य संपत्ति, उत्तर प्रदेश पुनर्गठन समन्वय, प्रशासनिक सुधार, कार्यक्रम कार्यान्वयन, अवस्थापना, भाषा, अभाव सहायता एवं पुनर्वास, लोक सेवा प्रबन्धन, किराया नियंत्रण, प्रोटोकॉल, सैनिक कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल, नागरिक उड्डयन, न्याय एवं विधायी विभाग रहेंगे।

इन विभागों के काम-काज पर वह खुद नजर रखेंगे। इसके अलावा धर्मपाल सिंह को पशुधन और दुग्ध विकास, जितिन प्रसाद को पीडब्ल्यूडी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को ग्राम्य अभियंत्रण विभाग की जिम्मेदारी मिली है। इसी क्रम में बेबी रानी मौर्य को महिला कल्याण, एके शर्मा को नगर विकास के साथ अतिरिक्त ऊर्जा विभाग, नितिन अग्रवाल को आबकारी विभाग, कपिलदेव अग्रवाल को व्यावसायिक शिक्षा विभाग, दयाशंकर सिंह को परिवहन विभाग, आशीष पटेल को तकनीकी शिक्षा, संजय निषाद को मत्स्य पालन, असीम अरुण को समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनशक्ति कल्याण, सुरेश खन्ना को वित्त एवं संसदीय मंत्री का दायित्व सौंपा गया है।

सूर्य प्रताप शाही को कृषि, जयवीर सिंह को पर्यटन, नंद गोपाल नंदी को औद्योगिक विकास व निर्यात, भूपेंद्र चौधरी को पंचायती राज, अनिल राजभर को श्रम एवं सेवायोजन समन्वय, योगेंद्र उपाध्याय को उच्च शिक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, धर्मवीर प्रजापति को कारागार एवं होमगार्ड, संदीप सिंह को बेसिक शिक्षा, गुलाब देवी को माध्यमिक शिक्षा मंत्री व दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ को आयुष एवं खाद्य सुरक्षा विभाग का जिम्मा सौंपा गया है।