व्यापारी बोले सर धंधा है पर बहुत मंदा है

ग्राहकों की बेरुखी से बाजारों में नहीं लौट रही रौनक

उदय भूमि ब्यूरो
पिलखुवा।
यूं तो बाजार पूरी तरह खुल गए हैं अनलॉक की प्रक्रिया चालू है। लेकिन यदि व्यापारियों की माने तो उनके काम में अभी वह बात नहीं आई। जो पहले व्यापार में हुआ करती थी। उदय भूमि समाचार पत्र ने पिलखुवा और हापुड के व्यापारियों से बातचीत की आइए जानते हैं काम धंधे की बातचीत पर उनके विचार।

गैराज तथा ऑटोमोबाइल व्यापारी राकेश शर्मा कहते हैं। कि काम के हालात बढिय़ा नहीं है। गाडिय़ों में काम कराने के लिए ग्राहक ही नहीं आ रहे। पिलखुवा में फ्लाईओवर बन जाने के कारण काम और भी मंदा हो गया है। यहां बाहर की गाडिय़ां अब बिल्कुल नहीं आती। इससे काम पर और प्रभाव पड़ा है। पहले की बनिस्बत केवल 25 फिसदी काम रह गया है जिससे व्यापार के हालात बढिय़ा नहीं हैं।

ट्रांसपोर्ट व्यवसाई कमल गुप्ता बताते हैं कि काम धंधे का हाल बहुत बुरा है। डीजल के दाम बढ़ गए हैं। लेबर बढ़ गई है। उसके बावजूद पुराने रेटों पर काम करना पड़ रहा है।बाजार में काम मे मंदी के कारण भाड़े नहीं मिल पा रहे हैं। जिस कारण उनका काम भी अत्यंत प्रभावित है।व्यापारी खर्चा भी नहीं निकल पा रहा।


ऑटोमोबाइल्स व्यापारी मनीष माहेश्वरी बताते हैं की गाडिय़ों के स्पेयर पार्ट्स की बिक्री की फिलहाल कमी है। फिलहाल पूरी तरह टैक्सी तथा अन्य वाहन पूरी तरह नहीं चले हैं।शादी विवाह तथा अन्य कार्यक्रम पूरी तरह बंद है। केवल एसेंशियल सर्विस चलने के कारण  काम पहले की बनिस्बत आधा ही आ रहा है। संभवतया कोरोना में कमी आने के बाद काम का विस्तार हो जाए।

रेडीमेड गारमेंट्स मैन्युफैक्चरिंग करने वाले दीपांशु गर्ग कहते हैं। की मार्केट में फिलहाल नई डिमांड का अभाव है। जिस कारण काम प्रभावित हैं कोरोना काल से 6 महीने लोगों की जेब पर बुरा असर  पड़ा है ।इसलिए बाजार में ग्राहक नहीं है। जिसका सीधा असर उन पर भी पड़ रहा है। बाजार से नए ऑर्डर 25त्न भी नहीं मिल पा रहे। इसलिए फिलहाल काम पर मंदी की मार है। बाजार सामान्य होने पर ही काम निकलेगा।