यूट्यूब के 20 दिन के ज्ञान ने पहुंचाया जेल, 35 हजार असली करेंसी लेकर देता था 1 लाख की नकली करेंसी

गाजियाबाद। कभी-कभी ज्यादा ज्ञान भी कही न कही मुसीबतों का कारण बन जाता है। ऐसा ही एक मामला साहिबाबाद थाना क्षेत्र का है। जहां एक युवक ने यूट्यूब पर पहले नकली नोट बनाने का ज्ञान लिया और फिर उसी ज्ञान के प्रयोग से नकली नोट छापने का काम शुरु कर दिया। आरोपी को लगा कि यह ज्ञान उसे रातों-रात अमीर बना देगा। लेकिन उसे कहां पता था कि ज्यादा ज्ञान और लालच उसे सलाखों के पीछे भी भेजने की वजह भी बनेगा। भारतीय करेंसी जैसी नकली करेंसी छापने वाले साहिबाबाद पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से 94 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं।

पकड़ा गया आरोपी असली 35 हजार रुपए के बदले एक लाख रुपए के नकली नोट देता था। आरोपी ने कुछ दिन पहले यूट्यूब पर विडियो देख रहा था। तो अचानक उसकी नजर एक विडियो ट्यूटोरियल पर पड़ी, जिसमें यह सिखाया जा रहा था कि कैसे फर्जी भारतीय मुद्रा तैयार की जाती है। विडियो से प्रोत्साहित होकर आरोपी कंप्यूटर और प्रिंटर घर ले आया और 500 और 200 के फर्जी नोट छापना शुरु कर दिया। जिसका उसने सौदा भी कर लिया। असली 35 हजार के बदले 1 लाख की नकली करेंसी छाप कर उसे देने जा ही रहा था। मगर पुलिस ने समय रहते उसे पकड़ लिया।

एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि साहिबाबाद एसएचओ प्रदीप कुमार त्रिपाठी, एसआई विपिन कुमार की टीम ने मुखबिर की सूचना पर मंगलवार देर रात अर्थला पीर के पास बंद पड़े पेट्रोल पंप के पास से खुशी मौहम्मद पुत्र नेकसू निवासी गिरधरपुर बादलपुर नोएडा को गिरफ्तार किया है। जो कि मूलरुप से बदायूं का रहने वाला है। आरोपी गिरधरपुर से यहा नकली करेंसी देने के लिए आया था। जिसके पास से 500, 200 और 100 रुपए के 348 नोट बरामद हुए हैं। आरोपी की निशानदेही पर नोट स्कैन और छापने में प्रयुक्त प्रिंटर, हरे रंग की टेप, कटर आदि सामान बरामद हुआ है।

उन्होंने बताया पकड़ा गया आरोपी 8वीं पास है और मात्र 20 दिन में ही यूट्यूब पर नकली नोट छापना सीखा था। इसके बाद प्रिंटर से नकली नोट छापकर उन्हें मार्केट में चलाता था। लोगों को नकली नोट बेचता भी था। वह 35 हजार रुपए असली नोट लेकर एक लाख रुपए के नकली नोट देता था। गिरोह में और कितने लोग शामिल है, यह नकली करेंसी किसे देने के लिए यहां आया था। पूछताछ की जा रही है।