उड़ीसा से विभिन्न राज्यों की पुलिस की आंखों में धूल झोंककर गाजियाबाद पहुंचा 301 किलो गांजा, क्राइम ब्रांच ने दबोचा

गाजियाबाद। जिले की क्राइम ब्रांच पुलिस ने उड़ीसा से विभिन्न राज्यों की पुलिस की आंखो में धूल झोंककर कैंटर में कबाड़ के नीचे छुपाकर गाजियाबाद में तस्करी के लिए लाई जा रही 301 किलो गांजा समेत तस्कर को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी शातिर किस्म का है। जो कि उड़ीसा से गांजे की तस्करी कर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सप्लाई का कारोबार करता था। आरोपी गुरुवार को भी उड़ीसा से गांजा लेकर विभिन्न राज्यों की पुलिस की नाक के नीचे से गुजरते हुए गाजियाबाद पहुंचा। मगर क्राइम ब्रांच की पुलिस ने उसे पकड़ लिया। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में इसकी कीमत करीब 45 लाख रुपए है। एसपी क्राइम दीक्षा शर्मा ने बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी, सौरभ शुल्ला एंटी नारकोटिक्स सैल, योगेन्द्र सिंह स्वाट की टीम ने मसूरी थाना क्षेत्र में हाईवे पर वाहन चेकिंग के दौरान कैंटर चालक वीरु सिंह पुत्र लोकमन सिंह उर्फ लोकीराम निवासी मोरहना अलीगढ़ को 301 किलो गांजा समेत गिरफ्तार किया गया। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में जिसकी कीमत करीब 45 लाख है।

क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि गुरुवार सुबह सूचना मिली की दिल्ली-एनसीआर में तस्करी के लिए एक कैंटर में प्लास्टिक कबाड़ की बोरियों के नीचे उड़ीसा से गांजा भरकर लाया जा रहा है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए मसूरी थाना क्षेत्र में हाईवे पर उक्त वाहन को चेकिंग के लिए रोका गया। तलाशी में कैंटर से 301 किलो गांजा बरामद हुआ। चेकिंग के लिए जब क्राइम ब्रांच की टीम ने रोका तो चालकर वीरु सिंह को भी लगा कि जब वह उड़ीसा से गांजा भरकर गाजियाबाद तक आ गया है, तो यहां से भी आसानी से निकल जाएगा। मगर पुलिस क्राइम ब्रांच की सतर्कता के चलते वह फंस गया। उन्होंने बताया किया आरोपी वीरु उड़ीसा से कैंटर में इसी तरह तस्करी करके गांजा यहां लाता है। हर बार गांजा छिपाने के लिए उसके ऊपर कुछ न कुछ सामान भर देता था। जिससे चेकिंग के दौरान वह आसानी से निकल सकें। आरोपी गांजा लोड करने से लेकर अनलोड करने तक अपना मोबाइल बंद रखता है, ताकि न कोई संपर्क कर पाए और न ही कोई उसे ट्रेस कर पाए। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि यह गांजा नीशू पुत्र रेशमपाल निवासी ग्राम मोरहना अलीगढ़ का है। जो कि फरार है। गांजे की सप्लाई गाजियाबाद और आसपास के जिलों में होनी थी। अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि आरोपी को गांजा तस्करी के लिए अतिरिक्त 20 से 25 हजार रुपए मिलते थे।