किन्नर ने बच्चा चोरी करने के बाद पड़ोसियों को बांटी मिठाई, 10 घंटे बाद लापता नवजात को पुलिस ने सकुशल किया बरामद

-किन्नर समेत दो गिरफ्तार, चौकीदार, आया, वार्ड ब्याय संस्पेड़
-डीएम स्तर से जांच समिति का गठन

मुरादनगर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से शनिवार तड़के लापता हुए नवजात शिशु को मुरादनगर पुलिस ने घटना के 10 घंटे बाद बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में किन्नर समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बच्चा चोरी मामले में सीएचसी में तैनात रहे पूर्व चिकित्साधिकारी की भूमिका भी आ रही है। सुराना गांव निवासी संदीप कुमार ने अपनी गभर्वती पत्नी मीनू को चार दिन पूर्व सीएचसी में भर्ती कराया था। 25 अगस्त को मीनू को आपरेशन से बेटा पैदा हुआ। तभी से वह अस्पताल में भर्ती है। शुक्रवार रात जच्चा, बच्चा व संदीप की मां वार्ड में सो रही थीं। उस वार्ड में कई अन्य महिलाएं भी भर्ती थीं। शनिवार तड़के करीब तीन बजे के आसपास बच्चे को उसकी मां व दादी ने देखा था। वह बेड पर दोनों के बीच में सो रहा था। इसके थोड़ी देर बाद उनकी आंख खुली तो बच्चा गायब था। ये देख सास व बहू चौक गये। उन्होंने इसकी सूचना ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को दी। सुबह सात बजे तक उन्होंने अस्पताल परिसर से लेकर आसपास में बच्चे को ढूंढा, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। इसकी सूचना पर सुराना गांव से बड़ी तादाद में लोग अस्पताल पहुंच गए और हंगामा करते हुए दिल्ली-मेरठ हाईवे जाम कर दिया था। इस मामले में बच्चे के पिता संदीप की तहरीर पर पुलिस ने सीएचसी प्रभारी डा. दिनेश युमंत, डा. अनुज, मनोज कुमार पांडेय, सचिन कुमार, सरिता चोपड़ा, संतोष शर्मा, रोहताश समेत चार अज्ञात के खिलाफ अपहरण की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की। पुलिस ने घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की, रात करीब 11 बजे पुलिस को नवजात को ढूंढने में कामयाब मिली। आरोप है कि अस्पताल के एक पूर्व चिकित्साधिकारी के इशारे पर बच्चा चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया था। सीएमओ ने इस मामले में चौकीदार रोहताश, आया संतोष, वार्ड ब्याय मनोज कुमार पांडेय को सस्पेंड कर दिया। डीएम स्तर से जांच समिति का गठन किया गया। इस मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया। घटना के खुलासे के लिए स्वाट टीम, एसपी देहात टीम और थाना मुरादनगर की 3 टीम लगी हुई थी। संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए घटना के 10 घंटे बाद विजय उर्फ राहुल पुत्र जय भगवान (किन्नर) निवासी ब्रिज विहार मुरादनगर गाजियाबाद (किन्नर) एवं प्रिंस पुत्र इंद्रपाल निवासी बदनोली हापुड़ को गिरफ्तार बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया। एसपी देहात डॉ. ईरज राजा ने बताया कि किन्नर कि उसकी महिला साथी बच्चा चाहती थी, लेकिन वह उसे बच्चा नहीं दे सकता था। इसके चलते उन्होंने बच्चा चोरी करने की योजना बनाई और रेकी के बाद सरकारी अस्पताल से बच्चा चोरी कर लिया। किन्नर ने बताया कि उन्हें सरकारी अस्पताल से बच्चा चोरी करना आसान लगा। इसलिए प्राइवेट की बजाय सरकारी अस्पताल से बच्चा चोरी करने की वारदात को अंजाम दिया। सीओ केएन पांडेय ने बताया कि नवजात को सकुशल बरामद कर लिया गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

बच्चा पाकर परिवार के चेहरे पर लौटी मुस्कान
शनिवार तड़के लापता हुए नवजात शिशु की घटना के बाद से परिजनों के साथ क्षेत्र के लोगों में भी स्वास्थ्य केन्द्र की लापरवाही के चलते भारी रोष था। मगर एसपी देहात डॉ. ईरज राजा द्वारा किए गये वायदों के अनुसार परिजनों को उनका बच्चा सकुशल मिल गया। बच्चा पाकर परिजनों के चेहरों पर खोर्ई हुई मुस्कान वापस लौट आर्ई। वहीं परिजनों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की भरि-भूरि प्रशंसा की। स्वाट टीम, एसपी देहात टीम और थाना मुरादनगर की 3 टीम को जैसे ही बच्चे का सुराग लगा तो बिना देरी के एसपी देहात अपनी टीम के साथ मौके पर रात करीब 11 बजे पहुंच गये। जहां से उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ बच्चे को सकुशल बरामद किया। संदीप कुमार ने कहा कि बच्चे को लेकर एसएसपी पवन कुमार, एसपी देहात ने जैैसे ही बच्चे को उसकी मां मीनू की गोद में दिया, एक पल के लिए लगा कि जैसे धरती पर कोई भगवान का रूप आया है। जो खुशी बच्चा गायब होने पर लौट गई थी, वह पुलिस की मदद से वापस लौट आई। परिजनों ने पुलिस का आभार व्यक्त किया।
नवजात शिशु को अपना बेटा बताकर बांटी थी मिठाई
मुरादनगर सीएचसी अस्पताल से नवजात शिशु को चोरी कर किन्नर ने हापुड़ के गांव बदनौली ले जाकर बेटा पैदा होने की जानकारी देकर मिठाई बांटी थी। पुलिस जांच में पता चला है कि किन्नर राहुल और प्रिंस अस्पताल में गए थे। जहां किन्नर ने खुद को गर्भवती महिला बताया था। बच्चे को लेकर सीएचसी से जाने के बाद वे गांव बदनौली पहुंचे और अपने पड़ोसियों को मिठाई बांटी और कहा कि उनके यहां बेटा पैदा हुआ है।