गाजियाबाद में ठेकेदार हत्याकांड का खुलासा, साली से शादी के लिए दामाद ने बिहार के शूटर से कराई थी ठेकेदार की हत्या, गिरफ्तार

-नेपाल भागने की फिराक में थे आरोपी, हत्या के लिए 2 लाख 20 हजार में दी थी सुपारी

गाजियाबाद। टीला मोड़ क्षेत्र में 16 अप्रैल को ठेकेदार संजय कुमार की हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए बिहार के शूटर समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साली से दूसरी शादी करने में रोड़ा बन रहे ठेकेदार की हत्या आरोपी जीजा ने अपने भतीजे के साथ मिलकर बिहार से भाड़े पर शूटर बुलाकर हत्या कराई थी। जिसकी एवज में आरोपी ने शूटर को एक लाख रूपए एडवांस भी दिया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बुधवार को घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने सीओ चतुर्थ अभिजीत आर शंकर की मौजूदगी में घटना का खुलासा करते हुए गत 16 अप्रैल की रात कृष्णा विहार फेस-2 के ठेकेदार संजय कुमार की 5 गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक के भाई अचल कुमार ने कामगारों को लेकर हुए विवाद चलते भोपुरा के हरेराम के खिलाफ टीला मोड़ थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।

हरेराम से पूछताछ की गई, मगर कोई सबूत नही मिले। जिसके बाद सर्विलांस व अन्य माध्यमों से जांच की गई तो मामला दुसरा निकला। जांच में पता चला कि संजय कुमार के दोस्त का दामाद गुरूग्राम का मनोज अपनी शाली से दुसरी शादी करना चाहता था, मगर परिजन तैयार थे। जिसे लेकर संजय कुमार ने मनोज को समझाया था। मगर मनोज को लगा की उसकी शादी में ठेकेदार संजय रोडा बन रहा है। जिस कारण मनोज ने दिल्ली में किराए पर रह रहे अपने भतीजे मनीष से मुलाकात की और उसके साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। मनोज और मनीष मूल रूप से ग्राम सिहुला थान खुटौना जिला मधुबनी, बिहार के निवासी है। मनीष ने अपने पड़ोसी गांव हनुमान नगर के शूटर विद्यानंद पुत्र लक्ष्मी मण्डल निवासी हनुमाननगर पोस्ट सिक्तिआही खुुटौनी मधुबनी बिहार से संपर्क कर संजय की हत्या के लिए दो लाख 20 हजार की सुपारी दी। जिसकी एवज में एडवांस में शूटर को 1 लाख रूपए भी दिए। घटना से पूर्व शूटर विद्यानंद को बिहार से बुलाकर दिल्ली में रखा। सीओ द्वितीय ने बताया मनीष व विद्यानंद ने पहले संजय कुमार की रैकी की। जिसके बाद 16 अप्रैल की रात कृष्णा विहार फेस-2 के जंगल में 5 गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपियों ने हत्या की बात को कबूल कर लिया है।

सीओ साहिबाबाद अभिजीत आर शंकर ने बताया कि मनीष और शूटर विद्यानंद हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद मनोज के पास गुरूग्राम चले गये थे और वहां से मधुबनी बिहार चले गए। 25 अप्रैल को दोनों को उनके गृह जनपद से गिरफ्तार कर वहां से ट्रांजिट रिमांड पर गाजियाबाद लाया गया। तीसरे मुख्य आरोपी मनोज पुत्र रामेश्वर महतो निवासी भौडसी गुडगांव मूल निवासी ग्राम सिहुला खुटौनी मधुबनी बिहार को बुधवार सुबह एसएचओ महावीर सिंह चौहान, इंस्पेक्टर उपेन्द्र मलिक, प्रवीन सिंह मलिक, प्रबल प्रताप की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। विद्यानंद के गांव से नेपाल सीमा करीब तीन किलोमीटर की दूरी है। वह मनीष के साथ मिलकर नेपाल भागने की फिराक में था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया। मनोज ने शूटर को 1 लाख 53 हजार रूपए नगद देने के बाद 47 हजार रूपए पेटीएम किए थे। शेष रकम वारदात को अंजाम देने के बाद देना तय हुआ था।