मेरठ और सम्भल के वाहन चोर गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली में करते थे लग्जरी कारों की चोरी

  • 15 हजार इनामी समेत चार वाहन चोर गिरफ्तार, सम्भल में बदलते थे इंजन-चेसिस नंबर और मेरठ में बनवाते थे फर्जी कागजात

गाजियाबाद। मरेठ से गाजियाबाद, दिल्ली, नोएडा, हापुड़, बुलंदशहर में आकर लग्जरी वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले 15 हजार इनामी समेत चार अंतर्जनपदीय वाहन चोरों को गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से चोरी की तीन कार बरामद किया गया। पकड़े गए आरोपी से बरामद कार को बेचने की फिराक में थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गिरोह का मुखिया 15 हजार इनामी वाहन चोर शातिर किस्म का है, जिसका भाई भी वाहन चोरी की वारदातों में जेल जा चुका है। भाई के जेल जाने वाले वाहन चोर गिरोह का खुद ऑपरेट करने लगा। जिसके बाद मेरठ से गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली व आसपास के जनपदों में वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगा। आरोपी 50 से अधिक लग्जरी कार को चोरी कर बेच चुका है। कार को चोरी करने के बाद उनका नंबर प्लेट बदलकर सम्भल भेजे देते थे। जहां पर गाडिय़ों के ईजन और चेसिस नंबर बदले जाते थे। वहीं गिरोह के चार साथी फरार है। फरार साथी गाड़ी का फिर नए कागजात बनाकर महंगे दामों में बेच देते थे।

एसपी क्राइम दीक्षा शर्मा ने बताया कि बुधवार देर रात मुखबिर से सूचना मिली की लग्जरी कार चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह वंसुधरा के पास ऐलीवेटिड रोड के नीचे नहर के किनारे से चोरी की कारों को बेचने के लिए जाने वाले है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए तत्काल दो टीमों का गठन किया गया। क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी, एसआई अरुण कुमार मिश्रा, सत्यवीर सिंह, अरुण वर्मा की टीम ने वाहन चोरों को घेरने के लिए खड़ा कर दिया। जिससे कि वाहन चोर आगे-पीछे दोनों ओर से घिर जाए और कहीं भाग न सकें। तभी स्विफ्ट डिजायर कार, वैगनार कार, ईको कार पहुंची। जिसे आगे-पीछे दोनों तरफ से घेर लिया। टीम ने उतरकर जैसे आरोपियों को पकडऩे का प्रयास किया तो वसीम अल्वी पुत्र अकरम अल्वी, अकरम अल्वी पुत्र स्व: अबरार अल्वी, साहिल अल्वी पुत्र स्व: फरीद निवासी निवासी शरद सिटी अंसार विहार लोनी व पुनीत उर्फ गुड्डू पुत्र स्व: सुरेन्द्र निवासी शताब्दी नगर परतापुर मेर को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं अंधेरे का फायदा उठाकर अमित त्यागी, शहशांह उर्फ राजा पुत्र आरिफ, आरिफ कबाडी पुत्र नामालूम निवासी इस्लाम नगर चौराहा बहजोई सम्भल, अमित उर्फ प्यारे लाल शर्मा पुत्र नामालूम निवासी गंगा विहार लोनी फरार हो गए। बरामद कार दो दिल्ली और एक गाजियाबाद से चोरी की बरामद की गई है।

एसपी क्राइम ने बताया पुनीत उर्फ गुड्डू इंदिरापुरम थाने से वाहन चोरी के मामले में फरार चल रहा था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी द्वारा 15 हजार इनाम घोषित किया गया था। जो कि अपने भाई के वाहन चोरी के गिरोह को ऑपरेट करता है। आरोपी का भाई लोकेश भी शातिर किस्म का वाहन चोर है, जो कि पूर्व में जेल जा चुका है। भाई के जेल जाने पर पुनीत उर्फ गुड्डू ने गैंग को संभाल लिया और मरेठ से गाजियाबाद, दिल्ली , नोएडा, हापुड़, बुलंदशहर में आकर वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगे। जो कि 50 से अधिक लग्जरी कार चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुके है।

क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि आरोपी गिरोह बनाकर वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। चोरी से पूर्व लग्जरी कारों की रैकी करते थे। मौका पाकर गाडी का पिछला दरवाजा पेचकस से तोड़कर इलेक्ट्रोनिक डिवाइस के माध्यम से नकली चाबी बनाकर कार चोरी कर लेते थे। कार चोरी के बाद आगे जाकर उसका नंबर प्लेट बदलने के बाद उसका जीपीएस ट्रैकर निकाल देते थे। जिससे पुलिस उन्हें ट्रेस न कर सके। चोरी के वाहनों को पहले बहजोई सम्भल भेजते, वहां शहंशाह उर्फ राजा व उसका पिता आरिफ कबाडी इंजन व चेसिस नंबर बदलने का काम करते थे। साथी अमित त्यागी मेरठ व उसके आसपास की चोरी की कारों को छिपाता और मौका मिलते ही बहजोई सम्भल आरिफ के पास भेजा देता है। पुनीत मेरठ में फर्जी कागजात तैयार करने के बाद कारों को अमित उर्फ प्यारे लाल शर्मा के माध्यम से बेच देता थे। रात भी यह लोग कारों को बेचने जा रहे थे। चोरी के कारों से आए रुपए को आपस में बाटकर मौज-मस्ती करते थे। उन्होंने बताया जब आरोपी गाडी चोरी करने जाते थे, तब मोबाइल को बंद या फिर फ्लाइइट मोड व कारों के नंबर प्लेट बदल देते थे। जिनका अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।