विकास हत्याकांड : 15 माह बाद भी खुले घूम रहे हत्यारोपी

पीड़ित पक्ष ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल

गाजियाबाद। सुनियोजित तरीके से युवक की हत्या के मामले में कविनगर पुलिस का गैर जिम्मेदाराना रवैया सामने आया है। वारदात को धीरे-धीरे 15 माह का समय गुजर चुका है। इसके बावजूद पुलिस ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है। उधर आरोपी भी खुलेआम घूम रहे है। इन 15 माह में कई थाना प्रभारी, सीओ और एसएसपी बदल गये। मगर हर बार की तरह सिर्फ जांच के नाम पर मामले को दबाने का काम करते रहे। हालांकि बिसरा जांच रिपोर्ट में इस बात की तस्दीक हुई थी कि युवक को शराब में जहर दिया गया था। जहर के सेवन से उसकी जान चली गई थी। पीडि़त परिवार न्याय की खातिर पुलिस अधिकारियों से गुहार लगा-लगाकर थक चुका है।

कविनगर थानांतर्गत रजापुर गांव में शिव मंदिर के पास सतीश कुमार का परिवार रहता है। सतीश के पड़ोसी अनिल कुमार के घर पर विगत 10 फरवरी 2021 को कुआं पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम के चलते अनिल ने सुबह के समय विकास को अपने घर पर बुलवा लिया था। देर रात साढ़े 12 बजे तक बेटे के घर न लौटने पर उनकी माता और पत्नी वहां पहुंचे। उन्होंने पाया कि चारपाई पर विकास लेटा है। जबकि कुछ लोग डीजे पर डांस करने में मशगूल थे। विकास की बावत पूछताछ करने पर माता और पत्नी के साथ अभद्रता की गई। करीब 15-20 मिनट बाद विकास को बेहोशी की हालत में घर पर छोड़ दिया गया। तदुपरांत परिजन उसे सर्वोदय अस्पताल लेकर पहुंचे। सर्वोदय अस्पताल से उसे सरकारी अस्पताल में रैफर कर दिया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

इस मामले में विकास के पिता सतीश कुमार ने अनिल कुमार, उनके बेटे कशीश, सोनू पुत्र वीरपाल, सुनीता सैनी व एक अज्ञात युवक के खिलाफ पुलिस में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीडि़त पक्ष ने आरोपियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। बताया गया है कि बिसरा जांच रिपोर्ट में मालूम पड़ा था कि विकास को शराब में जहर दिया गया था। जहर के सेवन से उसकी मौत हो गई थी। पीडि़त परिवार का आरोप है कि एफआईआर दर्ज होने और बिसरा जांच रिपोर्ट आने के 15 माह बाद भी पुलिस ने हत्यारोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। इसके लिए वह थाना कविनगर के चक्कर काट-काटकर परेशान हो चुके हैं। पहले पूर्व थानेदार द्वारा कार्रवाई का आश्वासन दिया जाता रहा था। अब मौजूदा थानेदार और सीओ भी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। इस बावत एसएसपी को भी पत्र दिया जा चुका है। मगर अब तक कोई कार्रवाई नही की गई।