फिर डोली धरती : कारगिल के पास भूकंप के झटके

-6 माह में 400 से ज्यादा बार पृथ्वी के नीचे हलचल

लद्दाख। देश में भूकंप के झटके आने का सिलसिला रूक नहीं रहा है। अब लद्दाख में कारगिल के पास भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.6 आंकी गई है। भूकंप का केंद्र भारत के लद्दाख में कारगिल से 413 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पश्चिम था। इस बीच किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनएसएस) ने यह जानकारी दी। एनएसएस के मुताबिक सतह से 10 किमी की गहराई पर शुक्रवार-शनिवार की देर रात करीब 12 बजकर 7 मिनट पर भूकंप के झटके लगे। धरती हिलने और माजरा समझ में आने पर नागरिक आनन-फानन में घरों के बाहर आ गए। घबराहट के कारण नागरिक काफी देर तक घर के बाहर रहे। ऐसे में किसी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है। शनिवार की सुबह भी नागरिकों में भूकंप को लेकर चर्चाएं होती रहीं। उधर, देश में और आस-पास भूकंप का पता लगाने तथा ऐसी गतिविधियों की खोज के लिए नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनएसएस) काम कर रहा है। एक मार्च 2020 से 8 सितंबर 2020 तक देश में भूकंप के कुल 413 झटके दर्ज किए गए हैं। 413 में से 135 भूकंप की तीव्रता 3.0 या इससे कम थी। इतनी कम तीव्रता के भूकंप अक्सर महसूस नहीं होते हैं। कम से कम 153 भूकंप की तीव्रता 3.0 और 3.9 के बीच थी। यह हल्के भूकंप माने गए थे। जिन्हें नागरिकों ने महसूस किया, मगर इससे कोई नुकसान नहीं पहुंचा। कुल 114 भूकंप की तीव्रता 4.0 और 4.9 के बीच थी। इस श्रेणी का भूकंप काफी बड़े क्षेत्र में महसूस किया जाता है। इससे थोड़ा-बहुत नुकसान होता है। सिर्फ 11 भूकंप की तीव्रता 5.0 से 5.7 थी। उधर, जानकारों का मानना है कि पर्यावरण से निरंतर खिलवाड़ होने के कारण प्रकृति बार-बार भूकंप के झटकों के जरिए अपनी नाराजगी का इजहार कर रही है।