2 अक्टूबर से मधुबन-बापूधाम में शुरू होगा स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन: म्युनिसिपल कमिश्नर

म्युनिसिपल कमिश्नर ने कविनगर जोन क्षेत्र में स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन का लिया जायजा

गाजियाबाद। शहर से निकलने वाले कूड़े का निस्तारण बेहतर तरीके से करने के लिए कविनगर जोन क्षेत्र के मधुबन-बापूधाम योजना में आगामी 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन की शुरुआत हो जाएगी। गुरुवार को म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य मलिक ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह, चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, अधिशासी अभियंता फरीद अख्तर जैदी आदि के साथ स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन की तैयारियों का जायजा लिया। म्युनिसिपल कमिश्नर ने बताया कि नगर निगम द्वारा पांचों जोन में स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन बनाए जा रहे हैं। विजय नगर, मोहननगर व वसुंधरा जोन क्षेत्र में स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन का काम पूरा हो चुका हैं। म्युनिसिपल कमिश्नर ने कविनगर जोन क्षेत्र में स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन का जायजा लेने के बाद इसकी प्रशंसा की। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि महापौर सुनीता दयाल एवं म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य मलिक के नेतृत्व में पांचों जोन में स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। कविनगर जोन क्षेत्र अंतर्गत मधुबन-बापूधाम में स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन आधुनिक तकनीक युक्त मशीनों का इस्तेमाल कर इसे बनाया जाएगा। इससे कवि नगर जोन क्षेत्र के कचरे को कैप्सूल के अंदर डालकर डंपिंग ग्राउंड तक भेजा जाएगा। इससे क्षेत्र के लोगों को कूड़े की समस्या से राहत मिलेगी। कूड़े को ढक कर कैप्सूल्स के माध्यम से प्रोसेसिंग यूनिट तक पहुंचाया जाएगा। वायु प्रदूषण में भी राहत मिले इसके लिए नगर निगम प्रयास कर रहा है।

म्युनिसिपल कमिश्नर ने बताया कि 150 से 200 टीपीडी के इस स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन की 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर शुरुआत की जाएगी। यहां पर कूड़ा खुले में नहीं जाएगा। ट्रक या अन्य वाहनों के माध्यम से कचरा सड़कों पर नहीं जाएगा। ट्रिपल पी मॉडल पर ट्रांसफर स्टेशन का कार्य किया जाएगा। जीडीए द्वारा मधुबन-बापूधाम योजना में करीब 4500 वर्ग मीटर जमीन निगम को उपलब्ध कराई गई हैं। यहां पर बनने वाले स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन और कूड़ा कलेक्शन का काम ठेकेदार द्वारा किया जाएगा। स्टेशन का संचालन भी कांट्रेक्ट पर किया जाएगा। कविनगर जोन के बाद सिटी जोन क्षेत्र में भी जल्द स्थान का चयन कर स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन का तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इससे सिटी जोन क्षेत्र में रहने वाले लोगों को राहत मिलेगी।

शहर की सफाई व्यवस्था से जुड़ी है नगर निगम की प्रतिष्ठा

शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए गुरुवार सुबह म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक निरीक्षण पर निकले। सुबह-सुबह अपने घर के पास म्युनिसिपल कमिश्नर को देख काफी उत्साहित नजर आए और नगर निगम के कार्यों की प्रशंसा की। शहर को स्वच्छ रखने के लिए नगर निगम की ओर से तैयारी तेज हो गई है। सफाई मित्रों द्वारा सुबह-शाम सफाई कराई जा रही है और कूड़े का उठान भी किया जा रहा है। इस म्युनिसिपल कमिश्नर खुद घर-घर जाकर निगम की टीम के साथ लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर निगम के कार्यों में सहयोग की अपील कर रहे है। म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा कवि नगर जोन की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया गया।

जिसके क्रम में आरडीसी राजनगर, गोविंदपुरम, चिरंजीव विहार, सेक्टर 23 संजय नगर और कवि नगर बाजार क्षेत्र का जायजा लिया। संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए निरीक्षण के दौरान म्युनिसिपल कमिश्नर ने स्वास्थ्य विभाग की टीम से विशेष चर्चा की। मौके पर आंतरिक गलियों में पहुंचकर एंटी लारवा का छिड़काव भी कराया गया। क्षेत्र में फॉगिंग व एंटी लारवा का विशेष अभियान चलाने के लिए म्युनिसिपल कमिश्नर ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मिथिलेश कुमार को निर्देश दिए। भ्रमण के दौरान पार्कों की सफाई व्यवस्था का भी जायजा लिया। पार्कों की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए उद्यान प्रभारी डॉक्टर अनुज कुमार सिंह को निर्देश दिए। प्रात: भ्रमण के दौरान म्युनिसिपल कमिश्नर प्रतिदिन सफाई व्यवस्था का जायजा ले रहे है। साथ ही गंदगी मिलने पर तत्काल सफाई भी करा रहे है। म्युनिसिपल कमिश्नर के भ्रमण से शहर वासियों को काफी संतोष मिल रहा है। भ्रमण के क्रम में क्षेत्र में सफाई व्यवस्था भी सुदृढ़ हो रही है। म्युनिसिपल कमिश्नर ने बताया शहर की सफाई व्यवस्था से ही नगर निगम की प्रतिष्ठा और प्रमुख कार्यपालन से जुड़ी है। सफाई व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए हर वार्ड, हर घर से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन किया जाए। निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता एनके चौधरी और नगर स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे।

कूड़े-कचरे का यूनिट में प्रोसेसिंग किए जाने की बढाएं रफ्तार

नगर निगम द्वारा शहर के कूड़े-कचरे का यूनिट में प्रोसेसिंग किए जाने के कार्य की रफ्तार बढ़ाई जाएगी। गुरुवार को म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य मलिक अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार, कांट्रेक्टर आदि अधिकारियों के साथ मुरादनगर पाइप लाइन रोड स्थित कचरा प्रोसेसिंग यूनिट का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। म्युनिसिपल कमिश्नर ने निरीक्षण करते हुए कचरे की प्रोसेसिंग के कार्य की रफ्तार बढ़ाने के निर्देश दिए। कूड़ा कलेक्शन करने वाले ट्रक का आवागमन सुविधापूर्ण रहे। शहर से कचरा जल्द से जल्द प्रोसेसिंग यूनिट तक पहुंच सके। उन्होंने कचरा प्रोसेसिंग करने के लिए मशीनों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। म्युनिसिपल कमिश्नर ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह को इसकी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। साथ ही कम समय में अधिक से अधिक कचरा प्रोसेसिंग करने के लिए कांट्रेक्टर को निर्देश दिए।

म्युनिसिपल कमिश्नर ने चीफ इंजीनियर एनके चौधरी को कुडा डलाव घर की रोड की मरम्मत करने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने कहा कि शहर से निकलने वाले कूड़ा-कचरे का निस्तारण समय से करना निगम की प्राथमिकता हैं। निरीक्षण के दौरान कचरा प्रोसेसिंग यूनिट में मशीनों से कूड़ा प्रोसेसिंग का कार्य किया जा रहा था। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने अवगत कराया कि लगभग 1500 मीट्रिक टन कचरा प्रतिदिन प्रोसेसिंग किया जाता है। बारिश के दौरान कचरा प्रोसेसिंग के कार्य में बाधा आती हैं। म्युनिसिपल कमिश्नर ने मौके पर मशीनों की संख्या बढ़ाने के आदेश दिए। उन्होंने शहर के कचरे का निस्तारण का कार्य प्राथमिकता पर करने के लिए प्रोत्साहित भी किया। उन्होंने अपर नगर आयुक्त अरुण यादव को दूसरा कचरा प्रोसेसिंग यूनिट तैयार करने के लिए योजना बनाने के लिए निर्देशित किया।