गाजियाबाद के SSP की कमान IPS मुनिराज को सौंपी गई, इन वजहों से CMयोगी ने दी है जिम्मेदारी

IPS मुनिराज को गाजियाबाद के अपराध नियंत्रण की जिम्मेदारी सौंपी है। मुनिराज आज से ही गाजियाबाद का कार्य संभालेंगे। 2009 बैच के IPS अधिकारी मुनिराज को गाजियाबाद में बढ़ते अपराध को लेकर तत्काल कार्रवाई करनी होगी। पिछले 11 दिनों में गाजियाबाद में 5 बड़ी आपराधिक घटनाएं हुई है। 

उदय भूमि ब्यूरो
लखनऊ। बढ़ते अपराध को लेकर पिछले कुछ दिनों से गाजियाबाद लगातार सुर्खियों में है। SSP पवन कुमार को सस्पेंड किये जाने के बाद भी पिछले दो दिनों में गाजियाबाद में कई आपराधिक घटनाएं हुए हैं। ऐसे में जिले में अपराध नियंत्रण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीनियर IPS मुनिराज को गाजियाबाद के अपराध नियंत्रण की जिम्मेदारी सौंपी है। मुनिराज आज से ही गाजियाबाद का कार्य संभाल लिया है। पवन कुमार के निलंबन के बाद DIG सतर्कता लखनऊ एलआर कुमार को गाजियाबाद में लॉ एंड आर्डर व्यवस्थित करने और अपराध नियंत्रण के लिए अस्थायी रूप से नियुक्त किया था। लेकिन अब एलआर कुमार के स्थान पर मुनिराज को गाजियाबाद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पिछले कुछ समय से गाजियाबाद में लगातार हो रहे वारदात वारदातों की वजह से यहां कई फेरबदल किये गये हैं। 28 मार्च को 25 लाख की लूट में बदमाशों के वायरल फोटो के मामले में गाजियाबाद पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी। गाजियाबाद में बढ़ते अपराध को लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार को घेरने में लगी है। शपथ ग्रहण के बाद सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने गाजियाबाद की आपराधिक घटना को लेकर ट्वीट किया था। इसके तत्काल बाद से सरकार हरकत में है। लूट की घटना के बाद गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को सस्पेंड कर दिया गया। मेरठ रेंज के IG प्रवीन कुमार को भी गाजियाबाद पर नजर रखने का निर्देश दिया गया।

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पिछले कुछ दिनों में गाजियाबाद में अचानक बढ़ गया है अपराध
पिछले 11 दिनों में गाजियाबाद में 5 बड़ी आपराधिक घटनाएं हुई है। अभी एक दिन पहले ही शनिवार को चार बदमाशों ने पंजाब नेशनल बैंक की नूरनगर ब्रांच में घुसकर लूटपाट की। बदमाशों ने दिन दहाड़े बैंक से करीब 12 लाख रुपए की नगदी पिस्तौल की नोक पर लूट कर ले गये। 28 मार्च को बदमाशों ने गोविंदपुरम सी-ब्लॉक में पेट्रोल पंप कर्मचारियों से 25 लाख रुपए कैश लूटा था। इस घटना में गाजियाबाद पुलिस कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। लेकिन मुख्य आरोपी ने पुलिस से बचकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। 28 मार्च को ही खोड़ा में दुकान पर बैठे गौरव नामक व्यक्ति को बदमाशों ने गोली मार दी थी। 23 मार्च को राजनगर आरडीसी क्षेत्र में शोरूम से साढ़े दस लाख रुपए की लूटपाट की थी। इसके अलावा कई ऐसी घटनाएं हैं जिनका लंबे समय बाद भी पुलिस खुलासा नहीं कर पाई है। डासना के देवी मंदिर में स्वामी नरेशानंद पर हुए जानलेवा हमले का भी खुलाया नहीं हुआ है। राजनगर एक्सटेंशन से 26 जून 2020 को बिल्डर विक्रम त्यागी अपहरण कांड, साहिबाबाद क्षेत्र में 27 जुलाई 2020 को सूटकेस में मिली महिला की लाश, अंसल कॉलोनी में 26 मई 2021 को प्रॉपर्टी कारोबारी के घर हुई बड़ी डकैती में भी बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर है।

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मुनिराज पहले भी गाजियाबाद में रहे हैं तैनात
ऐसे में गाजियाबाद में अपराधियों की नकेल कसने और अपराधिक घटनाओं की रोकने की जिम्मेदारी वरिष्ठ IPS मुनिराज को सौंपी गई है। गाजियाबाद में आए दिन चोरी, डकैती, लूट और सड़कों पर दिनदहाड़े महिलाओं के साथ चेन स्नेचिंग की घटनाएं घटित हो रही है। इन घटनाओं से व्यापारियों में भय का माहौल है। IPS मुनिराज पूर्व में एडिशनल SP के तौर पर गाजियाबाद में काम कर चुके हैं। मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले मुनिराज को बदमाशों के प्रति कड़क मिजाज का माना जाता है। मुनिराज की तैनाती अस्थायी तौर पर हुई है। पुलिस महानिरीक्षक संजीव गुप्ता ने उन्हें तत्काल पदभार संभालने को कहा है। 2009 बैच के IPS अधिकारी मुनिराज को गाजियाबाद में बढ़ते अपराध को लेकर तत्काल कार्रवाई करनी होगी। पुलिस अधीक्षक के तौर पर सबसे पहले मुनिराज को चंदौली जिले में तैनाती मिली थी।

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सिर्फ 7 महीने गाजियाबाद में रहे पवन कुमार
पिछले दिनों निलंबित किये गये गाजियाबाद के SSP पवन कुमार का गाजियाबाद में छोटा कार्यकाल रहा। वह 7 महीने गाजियाबाद के एसएसपी के पद पर रहे। मूलरूप से राजस्थान के रहने वाले पवन कुमार की कार्यशैली और आपराध नियंत्रण को लेकर किये गये कार्रवाई से शासन संतुष्ट नहीं था। पवन कुमार अगस्त 2021 में मुरादाबाद से गाजियाबाद आए थे।