भारत ने रोका प्याज निर्यात, बांग्लादेश की आंखों में आंसू

-मोदी सरकार के फैसले पर जताई गहरी नाराजगी

ढाका। भारत द्वारा प्याज के निर्यात पर पूर्णत: रोक लगाए जाने से बांग्लादेश टेंशन में आ गया है। बांग्लादेश ने भारत के निर्णय पर चिंता व्यक्त की है। इस पड़ोसी देश में प्याजा की काफी खपत है। निर्यात पर बैन के कारण वहां प्याज का संकट उत्पन्न होने की संभावना बढ़ गई है। भारत सरकार ने घरेलू बाजार में प्याज की आपूर्ति में वृद्धि करने और कीमतों पर नियंत्रण के लिए प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस संबंध में गत 14 सितम्बर को आदेश जारी कर दिया गया था। ऐसे में बांग्लादेश को भी प्याज का निर्यात रोक दिया गया है। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने ढाका में भारत के उच्चायोग के जरिए भेजे पत्र में कहा है कि गत 14 सितंबर 2020 को भारत सरकार ने अचानक घोषणा कर दी। इस कदम ने 2 मित्र देशों के बीच 2019 और 2020 में हुई चर्चाओं और इस दरम्यान बनी आपसी समझ को कमजोर किया है। विदेश मंत्रालय ने पत्र में प्याज के निर्यात को पुन: आरंभ करने के लिए आवश्यक उपाय करने का अनुरोध किया है। पत्र में जिक्र है कि भारत द्वारा इस संबंध में एकाएक घोषणा करने से बांग्लादेश के बाजार में आवश्यक खाद्य पदार्थों की आपूर्ति प्रभावित होगी। पत्र के मुताबिक ढाका में 15-16 जनवरी 2020 को दोनों देशों के बीच वाणिज्य मंत्रालयों की सचिव स्तरीय बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में बांग्लादेश ने भारत से आवश्यक खाद्य वस्तुओं के निर्यात पर प्रतिबंध नहीं लगाने का अनुरोध किया था। बांग्लादेश ने इस प्रकार के प्रतिबंध जरूरी होने पर भारत को समय से पहले उसे सूचित करने का अनुरोध भी किया है। बता दें कि भारत में भी प्याज निर्यात पर बैन के सरकार के आदेश का विरोध हो रहा है। महाराष्ट्र में देश की सबसे बड़ी प्याज मंडी है। वहां प्याज व्यापारियों ने सरकार के फैसले पर अफसोस जाहिर किया है।